पैर खीचने वाले को कैसे बताऊ की,
मेरा हाथ मेरे महादेव ने पकड़ रखा है।
हर हर महादेव !!
न कोई चिंता, न कोई भय :
बाबा भोले तेरी सदा ही जय।
सागर मथ के सभी देवता अमृत पर ललचाये,
तुम भयंकर विष को पीकर नीलकंठ कहलाये।
खुदको महादेव से जोड़ दो,
बाकि सब महादेव पर छोड़ दो।
हर हर महादेव !!
न जीने की ख़ुशी
न मौत का गम,
जब तक है दम
महादेव के भक्त रहेंगे हम।
इन खुशियों से अच्छे तो मेरे गम है,
जब भी आते है, मेरे महादेव की याद साथ लेकर आते है।
जिनको भोलेनाथ ने संभाला हो,
उनका ये दुनिया वाले क्या बिगड़ेंगे।
जय हो बाबा भोलेनाथ की !!
करता करे न कर सके, शिव करे सो होय
तीन लोक नौ खंड में,
महादेव से बड़ा न कोय।
हर हर महादेव !!
में ही चिर विश्राम हूँ
किशन – कन्हैया राम हूँ,
हूँ शमशान का ठौर भले
पर भक्तो का दिव्य धाम हूँ।
जय बाबा महादेव !!
टुटा हु तहे दिल से,मगर हरा नहीं हूँ
भक्त हु महादेव का,कोई बेचारा नहीं हूँ।
हर हर महादेव !!
एक फूल
एक बेलपत्र
एक लोटा और जल की धार
करे संबके जीवन का उद्धार।
।। ॐ नमः शिवाय।।