1 अगस्त ,मंगलवार को सुबह 03:51 से लेकर रात के 12:01 बजे तक मान्य है।
ब्रम्हमुहूर्त 04:18 बजे से लेकर प्रातः 05:00 बजे तक है। इसके बाद सुबह 09:05 बजे से लेकर दोपहर 02:09 बजे तक है।
इस दिन भगवन को राखी बांध कर , अपने भाई के हाथ पर कलावा बांधना चाहिए ।
किसी व्यक्ति के कुंडली में चंद्र दोष हो तो यह व्रत करने से दोषमुक्ति प्राप्त होती है।
सावन अधिक मॉस पूर्णिमा में भवान विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा करनी चाहिए।
साथ ही शिव भगवान् की भी आराधना करनी चाहिए। पुण्य प्राप्ति होती है और धन में वृद्धि होती है।