Bhagavad Gita: Solution of every Stress & Depression

भगवद गीता एक व्यक्ति को डिप्रेशन और तनाव से निकलने में कैसे मदद कर सकती है, आइये जानते हैं कैसे

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Self-Awareness

यह ग्रंथ व्यक्ति को अपने कर्मों के महत्व को समझाता है और उसे धर्मपरायण जीवन जीने के प्रेरणा देता है।  इस श्लोक में वर्णित है - "न यज्ञेन तपसा न दानेन चेज्यया"।

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Equanimity

भगवद गीता व्यक्ति को समत्वम् (बराबर भावना) की शिक्षा देती है, जो उसे सफलता और असफलता को समान रूप से स्वीकारने में मदद करती है। इस श्लोक में बताया गया है - "योगस्थः कुरु कर्माणि सङ्गं त्यक्त्वा धनञ्जय"।

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Devotion and Service

गीता में भक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका है, जो व्यक्ति को संयमित रहकर भगवान के प्रति भावनाओं को विकसित करती है। इस श्लोक में उपस्थित है - "अद्वेष्टा सर्वभूतानां मैत्रः करुण एव च"।

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Attaining Peace

भगवद गीता ध्यान और धारणा के माध्यम से मन को शांत करने के उपाय बताती है।श्लोक  में दर्शाया गया है - "श्रेयो हि ज्ञानमभ्यासाज्ज्ञानाद्ध्यानं विशिष्यते"।

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Facing Challenges

गीता व्यक्ति को समस्याओं का सामना करने के लिए साहसी बनाती है और उसे उन्हें पार करने के लिए प्रेरित करती है। इस श्लोक में बताया गया है - "उद्धरेदात्मनात्मानं नात्मानमवसादयेत्"।

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Self-Confidence

भगवद गीता में दिया गया ज्ञान व्यक्ति को आत्म-विश्वास प्रदान करता है और उसे अपने जीवन के माध्यम से सभी परिस्थितियों का सामना करने में सक्षम बनाता है। इस श्लोक में उपस्थित है - "उद्धरेदात्मनात्मानं नात्मानमवसादयेत्"।

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