तुलसी माला के जप के नियम:

धारण की हुयी तुलसी की माला से जप न करें।

माला को शुद्ध करने के लिए गंगा जल से छिड़कना चाहिए।

तुलसी की माला के नियमित जप के लिए सात्विक भोजन करना आवश्यक है।

माला में कम से कम 27 मनके होने चाहिए, इससे अधिक 51, 108, 151 मनकों की माला का जाप भी किया जा सकता है।

जाप करने के बाद माला को प्रणाम करके साफ कपड़े से ढ़ककर किसी डिब्बे में या आसन पर रखना चाहिए।

माला को जमीन से स्पर्श नहीं करना चाहिए, और इसे पेट की नाभी से ऊपर रखना चाहिए।

हाथ में माला लेकर जप करते समय हाथ को नाक से ऊपर नहीं जाने देना चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, इन चीजें को गिफ्ट में नहीं देनी चाहिए